हमारा उद्देश्य

अल्लाह की रज़ा के लिए शुद्ध और प्रामाणिक इस्लामी ज्ञान को संसार भर में सुलभ बनाना—यह एक महान जीवन-लक्ष्य है, जिसके लिए अपनी सारी ऊर्जा और संसाधन समर्पित करना एक सौभाग्य की बात है।

  • ऐसे परहेज़गार और सक्रिय आलिम तैयार करना, जो भारत में इस्लामी समाज का ज्ञान और चिंतन के स्तर पर नेतृत्व कर सकें।
  • इस्लामी और आधुनिक दोनों प्रकार के विज्ञानों में दक्ष दाई (प्रचारक) तैयार करना, जो इस्लाम के विरुद्ध लगाए जाने वाले झूठे आरोपों का प्रभावी उत्तर दे सकें।
  • नैतिक और बौद्धिक रूप से परिपक्व व्यक्तियों का निर्माण करके, इस्लामी मूल सिद्धांतों पर आधारित समाज की रचना में योगदान देना।
  • शिक्षकों, छात्रों और शोधकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के शोध कार्यों में सहयोग देना, और भारत के मुस्लिम समाज से संबंधित रणनीतिक विषयों पर शोध को बढ़ावा देना।

हमारी दृष्टि

जामिया अरबिया हथौरा इस्लामी परंपरा में निहित ज्ञान के प्रति गहरे सम्मान और खुले चिंतन की भावना को दृढ़ता से बनाए रखता है। इस्लामी विरासत में विद्यमान शिक्षा की उत्कृष्ट परंपरा ही हमारे कठोर शैक्षणिक कार्यक्रम की नींव है, जिसका उद्देश्य आधुनिक युग की आवश्यकताओं को पूरा करना है—बिना नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की बलि दिए।

चूँकि इस्लामी विश्वास व्यक्ति के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को संबोधित करता है, इसलिए जामिया की विचारधारा यह है कि दुनियावी ज्ञान और धार्मिक आचरण को एक समग्र और संतुलित रूप में एकीकृत किया जाए।

इसी उद्देश्य से, छात्रों को वैश्विक मंच पर नेतृत्व के लिए तैयार किया जाता है। उन्हें गंभीर शोध और सार्थक प्रकाशनों के माध्यम से ज्ञान के क्षेत्र में योगदान देने के लिए प्रेरित किया जाता है। संस्थान का प्रयास है कि छात्र न्याय और समानता के प्रति गहरी प्रतिबद्धता के साथ समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सक्षम बनें। साथ ही, उन्हें मानवता और समग्र विश्व के प्रति उत्तरदायित्व की भावना से भी परिपूर्ण किया जाता है।