
गहरे सम्मान और श्रद्धा के साथ, हम सभी मित्रों और शुभचिंतकों को यह सूचित करते हैं कि जामिया अरबिया हथौरा के प्रतिष्ठित संस्थापक, हज़रत मौलाना सैयद सिद्दीक़ अहमद बाँदवी रह., का 28 अगस्त 1997 (1418 हिजरी) को निधन हो गया।
मेरी अपनी झिझक और मौलाना की व्यक्तिगत अनिच्छा के बावजूद, मुझे जामिया की विरासत को आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। अल्हम्दुलिल्लाह, पिछले तीन वर्षों में हमने यह सफर संस्थापक की बरकत, बुज़ुर्गों की रहनुमाई और शुभचिंतकों के अटूट सहयोग से तय किया है। इन्हीं के सहयोग से मैं अपने पिता द्वारा शुरू किए गए कार्य को आगे बढ़ा सका, जिससे एक प्रकार की आत्मिक तसल्ली प्राप्त हुई।
जामिया की चारदीवारी से परे भी, हम लगातार अपने समुदाय की धार्मिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास करते हैं।
जामिया अरबिया का परिचय – एक झलक
जामिया अरबिया का संक्षिप्त परिचय देने के उद्देश्य से हमने एक परिचयात्मक वेबसाइट तैयार की है। इस मंच पर संस्थान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी, चित्र, और 1959 में मेरे पिता द्वारा की गई भावनात्मक अपील भी सम्मिलित है। हमें आशा है कि यह सभी शुभचिंतकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
मैं आप सभी से सादर आमंत्रण करता हूँ कि आप जामिया अरबिया हथौरा पधारें और इस संस्था को स्वयं देख कर जानें। आपकी उपस्थिति हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत होगी।
अल्लाह तआला हम सभी पर अपनी रहमतें नाज़िल फ़रमाए। (आमीन)
— मौलाना हबीब अहमद बाँदवी साहब नाज़िम, जामिया अरबिया हथौरा